जनवरी 27, 2022 सब बदल जाते हैं उसने कहा सब बदल जाते हैं हमने कहा सब में हम नहीं आते हैं।। उन्होंने कहा सब कहने की बातें हैं। हमने भी कहा हमारे पास बस तुम्हारी बातें हैं।। उन्होंने कहा कुछ भी स्थायी नहीं न मैं न तुम हमने भी कहा हम न सही प्रेम शास्वत है।।